Baith jata hoon mitti pe aksar hindi kavita
baith jata hoon mitti pe aksar hindi kavita बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर…क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.. मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।। ऐसा नहीं है कि…
Hindi Hai Hum!, Be Bharatiya!
Hindi Hai Hum!, Be Bharatiya!
baith jata hoon mitti pe aksar hindi kavita बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर…क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.. मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।। ऐसा नहीं है कि…
Bharat se dar lagta hai Poem ये कहते है भारत मे डर लगता है देश में आये दिन कुछ न कुछ होता रहता है, और देश में ऐसे ढेरों विभाजन कारी नीतियों वाले लोग है जो देश कि बुराई, और…
Mandir Masjid Kavita क्यों म से मंदिर म से मस्जिद Hindu Muslim Kavita | Hindu Muslim Poem in HIndi क्यों म से मंदिर म से मस्जिद Mandir Masjid Kavita न जाने क्यों हिन्दू मुस्लिम में इतनी खाइयां है, दोनों तो…