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बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi
भारत में बेरोजगारी की समस्या पर लेख | Unemployment in India (Bharat me berojgari ki samasya) in hindi
Meaning of Unemployment
बेरोजगारी का अर्थ रोजगार का ना होना. रोजगार मतलब कि साधारण शब्दों में काम कि कमी होना और जिसके कारण काम न कर सकने वालो लोगों को अधिकता.जिसके ढेरों कारण है, और ऐसा नहीं कि पूरी दूनिया में भारत में ही बेरोजगार लोग है. 2019 के एक सर्वे के अनुसार भारत रोजगार के मामले में 196 देशो में से 117वे स्थान पर है. मतलब यह कि और भी देश है जहाँ बेरोजगारी भारत से बदतर है. पर एक हमें ध्यान देनी होगी भारत विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश अब से कुछ ही वर्षो में बन जायेगा,
इस आकड़ो के सामने दुनिया के सभी आकडे मंद है, यह कारण है कि बेरोजगारी भारत के लिए एक बड़ी समस्या में से एक है.
2019 के अनुसार भारत में बेरोजगारी दर पीछले 45 वर्षो में सबसे अधिक था. अब 2020 का यह covid 19 का संक्रमण बेरोजगारी कि समस्या कि जड़ों को आगे आने वालो करीब २-३ वर्ष और जमा दी हो.
Unemployment rate in India 2020
बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi
सभी विकासशील देशों में बेरोजगारी एक सामान्य समस्या है लेकिन भारत में बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बनी हुई है बेरोजगारी की समस्या के लिए अनेकों कारण जिम्मेदार हैं –
Causes of Unemployment in India
जनसंख्या वृद्धि की दर
जिसमे पहला कारण जनसंख्या वृद्धि की दर में बेतहाशा बढ़ोतरी होना. आजादी के बाद से भारत में जनसंख्या विस्फोट दिखाई देने लगा है और दूसरी और आर्थिक वृद्धि की दर अपेक्षा से कहीं ज्यादा कम रहा है, यही कारण है कि बेरोजगारी की समस्या गहराता जा रहा है.
शिक्षा व्यवस्था
बेरोजगारी का दूसरा कारण शिक्षा व्यवस्था आजादी के 70 वर्षों के बाद भी लगभग 30% जनसंख्या अशिक्षित हैं और केवल 10% जनसंख्या की ग्रेजुएट पोस्ट ग्रेजुएट हैं शेष 60% जनसंख्या माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा भी पूर्ण नहीं किया है हमारी शिक्षा व्यवस्था में सबसे बड़ी गलती यह है कि यह केवल किताबी ज्ञान पर आधारित है इसमें कौशल तकनीकी ज्ञान को कोई महत्व नहीं दिया गया है परिणाम स्वरूप हमारे युवा रोजगार के योग्य ना होने के कारण उन्हें बेरोजगार रहना पड़ता है
भ्रष्टाचार
बेरोजगारी के लिए तीसरा कारण कहीं न कहीं भ्रष्टाचार भी है. जिसमे सरकारें कहने को तो लाखो रोजगार हर वर्ष देतीहै. पर यह सब सिर्फ कागजो पर ही सिमित रह जाती है. सरकार द्वारा ये मनरेगा ( महात्मा गाँधी रोजगार गेरेंटी योजना ), मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना , National Career Service Scheme (राष्ट्रीय कैरियर सेवा योजना), राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम, दीन दयाल अंत्योदय योजना ऐसे न जाने कितने योजनाये लागू कि गयी, और यदि यह सभी योजना सच में लोगो को रोजगार दे रहा है
तो क्यों हर वर्ष लाखो मजदुर मुंबई, दिल्ली, गुजरात, केरल कि ओर बिहार,उत्तरप्रदेश, ओड़िसा, पशिम बंगाल आदि राज्यों से पलायन हो कर इन शहरों राज्यों में आते है, यह सब भ्रष्टाचार ही है जो इन मजदरों के साथदर प्रति वर्ष किया जाता है.
भारतीय कृषि व्यवस्था : बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi
कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है और 60% आबादी कृषि पर निर्भर है लेकिन भारतीय कृषि मानसून पर निर्भर है मानसून की अनिश्चितता के कारण कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर अपेक्षा अनुसार नहीं बढ़ रहे हैं बाढ़ तथा सूखा भारतीय कृषि की सबसे बड़ी समस्या है जिससे बेरोजगारी साफ देखी जा सकती है
हमारे उद्योग क्षेत्र में कुटीर तथा लघु उद्योग श्रम ऊर्जा पर आधारित है और यह क्षेत्र रोजगार के ढेरों अवसर प्रदान करते हैं लेकिन समस्या यह है कि अधिकांश कुटीर तथा लघु उद्योग अपने कच्चे माल के लिए कृषि पर निर्भर होते हैं अतः यह उद्योग केवल मौसमी रोजगार ही प्रदान करते हैं और इस क्षेत्र की गति इतनी धीमी है कि वह जनसंख्या वृद्धि के बोझ को सहन नहीं कर सकता है परिणाम स्वरूप बेरोजगारी का संकट गहराता जा रहा है
बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi
भारत में बेरोजगारी के अलग-अलग प्रकार हैं प्रच्छन्न बेरोजगारी जिसमें आवश्यकता से अधिक लोग मिलकर किसी काम को करना, इससे रोजगार तो निर्माण होता है लेकिन पारिश्रमिक नहीं बढ़ती या कृषि क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या है मौसमी बेरोजगारी भी कृषि तथा अन्य पूरक व्यवसाय ईट भट्टा फसलों से जुड़े क्षेत्र में भी केवल 4-6 महीने ही रोजगार निर्मित होता है शेष समय बेरोजगार ही रहना पड़ता है पिछले 20 से 30 वर्षों में तकनीक तथा संरचनात्मक बदलाव देखे गए हैं जैसे कि संगणक का प्रयोग करना.
प्राथमिक से द्वितीयक द्वितीयक तृतीयक क्षेत्र की ओरअर्थव्यवस्था का झुका हुआ है लेकिन भारतीय शिक्षा में कोई ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया परिणाम यह हुआ कि व्यक्ति में तकनीकी तथा अन्य सेवा क्षेत्र का ज्ञान ना होने के कारण भी बेरोजगारी का सामना करना पड़ता है प्राकृतिक आपदा, बाढ़ , मानव निर्मित आपदा , दंगे फसाद, बम ब्लास्ट, महामारी का प्रकोप ने भी बेरोजगारी की समस्या को आग में घी डालने वाला काम किया है
बेरोजगारी केवल आर्थिक समस्या नहीं है बल्कि यह व्यक्तिगत और सामाजिक समस्या भी है रोजगार ना होने के कारण व्यक्ति मानसिक कमजोर होने लगता है उसके मन में हीन भावना और परिवार पर बोझ बनने की भावना पनपने लगती है जिसके कारण युवाओं में आत्महत्या की घटना बढ़ रही है बेरोजगारी के कारण व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है जिससे समाज में असमानता की भावना घर करने लगती है और फिर सामाजिक अपराध, चोरी, डकैती ,अपहरण ,बलात्कार, आतंकवाद, नक्सलवाद की घटनाओं में लगातार इजाफा होता रहता है जिसे समाज और देश की आर्थिक वृद्धि पर ब्रेक लग जाता है.
बेरोजगारी औ सामाजिक विषमता बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi
समाज और देश पर बेरोजगारी हमेशा नकारात्मक प्रभाव डालता है जिससे उस देश की विश्व छवि भी धूमिल होने लगता है उस देश के नागरिकों में हीन भावना बढ़ती है जो बेरोजगारी की समस्या के कारण लोग अब गांव से शहरों और विदेशों में पलायन करने लगे हैं जहां भी वे कम वेतन पर भी काम करने को विवश होते हैं वे शहरों तथा विदेशों में बुनियादी सुविधाओं से वंचित रहते हैं प्रांतीय तथा गैर प्रांतिय मुद्दों के कारण आए दिन शहरों में लोगों के साथ भेदभाव होता है
और अपने ही देश में बेगानों की तरह जीवन जीने को मजबूर होते हैं देश के चार महानगरों में मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई में लोगों का जीवन नरक की तरह हो गया है रोटी कपड़ा मकान शिक्षा और स्वास्थ्य की निम्न कोटि शहरों के दो वर्गों में बांट देता है वह है अमीर और गरीब.
अमीर अपनी दौलत के नशे में रोज गरीबों के सपनों और आशाओं का कत्ल करते रहते हैं और धीरे-धीरे सामाजिक विषमता बढ़ने लगती है और इस तरह यह बेरोजगारी की समस्या हमारे देश में गंभीर बीमारी का रूप ले लिया है
इस समस्या का समाधान तो सिर्फ एक ही है कि जितना जल्दी हो जनसंख्या को नियंत्रण किया जाए शिक्षा व्यवस्था में व्यापक बदलाव कर तकनीकी तथा कौशल विकास पर जोर दिया जाए क्योंकि यही समय की मांग है कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है अब केवल यह भावनात्मक रूप से कह सकते हैं और क्रांति का बिगुल बजाना ही होगा तभी हम इस बेरोजगारी जैसी कैंसर की बीमारी को पछाड़ सकते हैं
FDI एक्ट के तहत विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया जाए और ग्रामीण क्षेत्रों में मेक इन इंडिया कार्यक्रम से स्वदेशी जागरण का श्रीगणेश किया जाए जिससे हमारा निर्यात बढ़ेगा और आयात घटेगा तभी हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.
लोगों को भी सरकारी नौकरी की बजाय स्वरोजगार पर जोर देना चाहिए और एक अच्छा उद्यमी बनने की कोशिश करनी चाहिए जिसे लोग रोजगार मांगने नहीं बल्कि रोजगार देने योग्य बने इस प्रकार हम इस गंभीर बीमारी को हराकर एक स्वस्थ समाज का स्वावलंबी भारत का निर्माण कर सकते हैं
बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi निबंध में देश में घटित घटनाओं के ज्वलंत उदहारण से लिखा है बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi में निबंध के साथ साथ देश के कमजोर मुद्दों को दर्शाने कि कोशिश किये है.
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21वी सदी का भारत 21st century India Essay
बेरोजगारी एक समस्या Unemployment is Big Problem in hindi की स्तिथि को जानने के लिए आप इस दिए हुए लिंक से देख सकते है. जिसमे भारत का बेरोजगारी दर दर्शाया गया है.
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aap ki kahaniyan ya fir jo v aapne post ki h kya use hm you tube PR vedio bana sakte h plzzz replyyyy