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Story in hindi Sone ka anda dene wali murgi
story in hindi सोने का अंडा – top 10 moral stories in hindi
Golden egg story in hindi – Short essay on hen in hindi
Story in hindi Sone ka anda dene wali murgi
एक गांव में एक आदमी रहता था और खेती करके अपने घर की आवश्यकता पूरी करता था. एक दिन उसको उसके मित्र ने एक मुर्गी का छोटा सा बच्चा दिया, उसने उस मुर्गी का खूब देखभाल किया। जब वह बड़ी हो गई तब उसने एक सोने का अंडा दिया।
रोज की तरह सब मुर्गियों की तरह वह मुर्गी भी अंडे देने लगी. लेकिन एक दिन जो हुआ उसे विश्वास नहीं हुआ जब वह आदमी सुबह मुर्गी को चारा देने गया तब उसने देखा कि मुर्गी ने एक सोने का अंडा दिया है उसे यह सब देख विश्वास नहीं हो रहा था. तब वह आदमी ने अपनी पत्नी को बताया। पत्नी ने कहा इसे बेचने पर हमें बहुत पैसे मिलेंगे पर यह बात किसी को गाँव में बताओ नहीं.
ऐसे हर रोज मुर्गी सोने का अंडा देती और वह आदमी उस अंडे को बाजार जाकर बेच दिया करता था. मुर्गी ऐसे हर कुछ दिनों में अंडे दिया करती थी. और वह आदमी ऐसा करते करते बहुत अमीर आदमी बन गया. उसके पास एक बड़ा सा घर, बड़ा सा खेत, खूब सारे रुपए हो गए. पर कहते है न लालच इंसानों में ही होता है.
एक दिन उस आदमी के मन में भी लालच आ गया, उसने सोचा जो मुर्गी मुझे हर दिन सोने का अंडा देती है तो इसका मतलब उसके पेट में कितने सारे अंडे होंगे जो मुझे एक एक करके मिल रहा है. तब वह सोचा क्यों न वह सभी अंडे एक साथ उसके पेट से निकल कर ले लूं।
यह सोचकर उस आदमी ने मुर्गी का पेट काट दिया। पर उसे एक भी सोने का अंडा नहीं मिला जो सिर्फ खून ही खून मिला। यह सब देख अब वह आदमी पछताने लगा क्योंकि जो मुर्गी उसे सोने का अंडा देती थी वह अब मर गई थी। और अब उसे सोने के अंडे कभी नहीं मिलेंगे। इससे वह और उसकी पत्नी बहुत पछताने लगी। और रोने लगे।
सीख : lalach buri bala hai short story in hindi: हमें जो मिलता है उससे संतोष से मन रखकर ले लेना चाहिए हमें कभी भी लालच नहीं करनी चाहिए।
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The golden egg story in english – The golden egg story in english with moral
A man lived in a village and used to do farming to fulfill the requirement of his house. One day his friend gave him a small baby hen, he took great care of that hen. When she grew up, she laid a golden egg.
Like every other chicken, that hen also started laying eggs. But what happened one day, he could not believe it, when the man went to feed the hen in the morning, then he saw that the hen had laid a golden egg, he could not believe seeing all this. Then the man told his wife. The wife said that we will get a lot of money by selling it, but do not tell this to anyone in the village.
Every day like this, the hen would lay a golden egg and that man used to sell that egg by going to the market. The hen used to lay eggs every few days like this. And doing so, that man became a very rich man.
He had a big house, a big farm, a lot of money. But it is said that greed is in humans only. One day greed came in the mind of that man too, he thought that if the hen gives me golden eggs every day, then it would mean how many eggs would be in her stomach which I am getting one by one. Then he thought why not take all those eggs out of his stomach together.
Thinking this the man cut the stomach of the chicken. But he did not find a single golden egg, which was found only in blood. Seeing all this, now the man started repenting because the hen which gave him the golden egg was now dead. And now he will never find golden eggs. This made him and his wife very sorry. And started crying.
Lesson: Whatever we get, we should take it with satisfaction, we should never be greedy.
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top 10 moral stories in hindi – सोन्याची अंडी देणाऱ्या कोंबडीची कथा
एका गावात एक माणूस राहत होता आणि आपल्या घराची गरज भागवण्यासाठी शेती करत असे. एके दिवशी त्याच्या मित्राने त्याला एक लहान बाळ कोंबडी दिली, त्याने त्या कोंबडीची खूप काळजी घेतली. ती मोठी झाल्यावर तिने सोन्याचे अंडे दिले.
इतर कोंबड्यांप्रमाणे ती कोंबडीही अंडी घालू लागली. पण एके दिवशी काय झाले, त्याचा विश्वासच बसेना, तो माणूस सकाळी कोंबडीला खायला गेला, तेव्हा त्याने पाहिले की कोंबडीने सोन्याचे अंडे घातले आहे, हे सर्व पाहून त्याचा विश्वासच बसेना. तेव्हा त्या व्यक्तीने पत्नीला सांगितले. बायको म्हणाली की विकून खूप पैसे मिळतील, पण हे गावात कोणाला सांगू नकोस.
रोज अशीच कोंबडी सोन्याची अंडी घालायची आणि तो माणूस तो अंडी बाजारात जाऊन विकायचा. कोंबडी दर काही दिवसांनी अशीच अंडी घालायची. आणि असे केल्याने तो माणूस खूप श्रीमंत झाला. त्याच्याकडे मोठं घर, मोठं शेत, भरपूर पैसा होता. पण लोभ माणसातच असतो असं म्हणतात.
एके दिवशी त्या माणसाच्याही मनात लोभ आला, त्याने विचार केला की जर कोंबडी मला रोज सोन्याची अंडी देते तर याचा अर्थ तिच्या पोटात किती अंडी असतील जी मला एक एक करून मिळत आहेत. मग त्याने विचार केला की ती सर्व अंडी पोटातून बाहेर का काढू नयेत.
असा विचार करून त्या माणसाने कोंबडीचे पोट कापले. पण त्याला सोन्याचे एकही अंडे सापडले नाही, जे फक्त रक्तात सापडले होते. हे सर्व पाहून आता त्या माणसाला पश्चाताप होऊ लागला कारण ज्या कोंबड्याने त्याला सोन्याची अंडी दिली होती ती आता मेली होती. आणि आता त्याला सोन्याची अंडी कधीच सापडणार नाहीत. यामुळे त्याला आणि त्याच्या पत्नीला खूप वाईट वाटले. आणि रडू लागली.
Story in hindi Sone ka anda dene wali murgi धडा : जे काही मिळेल ते समाधानाने घ्यावे, लोभी नसावे.
Short essay on hen in hindi – hindi story for class 2
Ek gaanv mein ek aadamee rahata tha aur khetee karake apane ghar kee aavashyakata pooree karata tha. Ek din usako usake mitr ne ek murgee ka chhota sa bachcha diya, usane us murgee ka khoob dekhabhaal kiya. Jab vah badee ho gaee tab usane ek sone ka anda diya.
Roj kee tarah sab murgiyon kee tarah vah murgee bhee ande dene lagee. Lekin ek din jo hua use vishvaas nahin hua jab vah aadamee subah murgee ko chaara dene gaya tab usane dekha ki murgee ne ek sone ka anda diya hai use yah sab dekh vishvaas nahin ho raha tha. Tab vah aadamee ne apanee patnee ko bataaya. Patnee ne kaha ise bechane par hamen bahut paise milenge par yah baat kisee ko gaanv mein batao nahin.
Aise har roj murgee sone ka anda detee aur vah aadamee us ande ko baajaar jaakar bech diya karata tha. Murgee aise har kuchh dinon mein ande diya karatee thee. Aur vah aadamee aisa karate karate bahut ameer aadamee ban gaya. Usake paas ek bada sa ghar, bada sa khet, khoob saare rupe ho gae. Par kahate hai na laalach insaanon mein hee hota hai.
Ek din us aadamee ke man mein bhee laalach aa gaya, usane socha jo murgee mujhe har din sone ka anda detee hai to isaka matalab usake pet mein kitane saare ande honge jo mujhe ek ek karake mil raha hai. Tab vah socha kyon na vah sabhee ande ek saath usake pet se nikal kar le loon. Yah sochakar us aadamee ne murgee ka pet kaat diya. Par use ek bhee sone ka anda nahin mila jo sirph khoon hee khoon mila.
Yah sab dekh ab vah aadamee pachhataane laga kyonki jo murgee use sone ka anda detee thee vah ab mar gaee thee. Aur ab use sone ke ande kabhee nahin milenge. Isase vah aur usakee patnee bahut pachhataane lagee. Aur rone lage.
Seekh : hamen jo milata hai usase santosh se man rakhakar le lena chaahie hamen kabhee bhee laalach nahin karanee chaahie.
Video Youtube Credit: Magic TV – Hindi Stories